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अक्सर मुस्कुराते चेहरे के पीछे बेइंतहा दर्द छुपा होता है,,,,,,,☘️ मेरे दर्द की दवा इस दुनिया के पास नहीं,,,यह सोचकर,,,,,,,,,☘️ अक्सर मेरा चेहरा मुस्कुराहट से भर होता है,,,,,,,,,,,,,,,☘️ दर्द को दिल ...

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UMA SHARMA "अर्तिका"
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लेखक के बारे में
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UMA SHARMA

Follow on Instagram @writer_artika https://www.facebook.com/share/1AfQbtukip/ परिचय नाम - उमा शर्मा अर्तिका 🧿🧿 जन्म स्थान - मेरठ उत्तर प्रदेश 4 मई 1974 माता का नाम - श्रीमती सन्तोष शर्मा पिता का नाम-श्री भगवत स्वरूप शर्मा पति का नाम - शिव कुमार शर्मा शैक्षिक योग्यता - B A एवं हिंदी साहित्य में M A किया है। कार्यक्षेत्र - फुल टाइम हाऊस वाइफ , लेखिका, कवित्री, कहानीकार, पूर्णिकाकार, रूचियां - लेखन, और सोशल वर्क, मंडेला आर्ट एवं ड्राइंग पेंटिंग में रुचि है। किताबें पढ़ना, और कहानियां पढ़ना लिखना अच्छा लगता है, लिखने का शौक कालेज से शुरू हुआ, सर्वप्रथम प्रतिलिपि पर लिखना आरंभ किया, प्रतिलिपि पर बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला। मेरे द्बारा लिखित मेरे सात उपन्यास प्रतिलिपि पर प्रीमियम सेक्शन में आ चुके हैं, 1,नीलमणि, 2,समय की मार, 3अन्तिमा और सीमान्त 4,भाती भाई 5,प्यार का असली रंग 6,नन्ही कली क प्रतिलिपि पुरस्कृत किया 7,सुख की अभिलाषा कुछ कहानियां, और लधुकथाए भी लिखीं हैं, उपाधि - भक्ति प्रभा सम्मान, श्रेष्ठ शब्द शिल्पी , श्रेष्ठ विश्लेषक, सर्वश्रेष्ठ रचनाकार सम्मान कुशल समीक्षाधीश सम्मान, एवं लेखन के क्षेत्र में कई उपाधियां प्राप्त की है। फेसबुक के कई मंचों से सम्मान पत्र मिले हैं, शौक़ - कहानियां पढ़ना और लिखना, नयी जगहों पर घूमना उस जगह की संस्कृति को करीब देखना और जानकारी एकत्र करना ,, नयी नयी कलाकृति बनाना, और खुबसूरत रंगों से भरना मुझे बहुत अच्छा लगता है, चित्रकला, एवम मंडेला आर्ट करना मुझे बहुत अच्छा लगता है। ईश्वर द्वारा मिला जीवन मैं अपनी मां की तरह सरल तरीके से ही जीती हूॅ,! मेरी सभी कहानियां और उपन्यास, कविताएं, संस्मरण, और शायरी,लधुकथाए मौलिक और स्वरचित, सर्वोधिकार सुरक्षित है,,! लिखने की अभिलाषा जो प्रतिलिपि पर पूर्ण हुई है, उसके लिए तहेदिल से प्रतिलिपि टीम का धन्यवाद करती हॅ,! अपने सभी पाठकों का आभार व्यक्त करती हूॅ,,, मेरी कहानियों को पढ़कर उत्साहवर्धक समीक्षाएं देकर मेरा हौसला बढ़ाने के लिए आप सभी पाठकों का बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Radha Parmar "Radha"
    16 नवम्बर 2021
    वाह क्या बात है सुन्दर प्रस्तुति दीदी आपने बिल्कुल सही कहा है दीदी कभी कभी हंसते हुए चेहरे के पीछे गहन उदासी होती है बेहतरीन लाजबाव प्रस्तुति दीदी राधे राधे 🙏🙏🌷👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    Sanjay Ni_ra_la
    13 नवम्बर 2021
    Sahi kaha किसी किसी को ग़म ए दिल सुनाकर कुछ नहीं हासिल होगा... लोग तो मजा लेना सुरु कर देंगे लाजवाब बहुत उम्दा सटीक बेह्तरीन और खूबसूरत रचना लिखा है आपने... मन प्रसन्न हुआ 💐💐✨✨⭐⭐🙏🙏
  • author
    शीला शर्मा
    09 दिसम्बर 2021
    बहुत ही सुंदर हृदयस्पर्शी,,, भावनात्मक पंक्तियां हैं आपकी,, मन की पीड़ा मन ही जाने,, और न जाने कोय,, अति सुंदर रचना 👍🏻👌👌👌👌🌷🥀🌻
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    Radha Parmar "Radha"
    16 नवम्बर 2021
    वाह क्या बात है सुन्दर प्रस्तुति दीदी आपने बिल्कुल सही कहा है दीदी कभी कभी हंसते हुए चेहरे के पीछे गहन उदासी होती है बेहतरीन लाजबाव प्रस्तुति दीदी राधे राधे 🙏🙏🌷👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
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    Sanjay Ni_ra_la
    13 नवम्बर 2021
    Sahi kaha किसी किसी को ग़म ए दिल सुनाकर कुछ नहीं हासिल होगा... लोग तो मजा लेना सुरु कर देंगे लाजवाब बहुत उम्दा सटीक बेह्तरीन और खूबसूरत रचना लिखा है आपने... मन प्रसन्न हुआ 💐💐✨✨⭐⭐🙏🙏
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    शीला शर्मा
    09 दिसम्बर 2021
    बहुत ही सुंदर हृदयस्पर्शी,,, भावनात्मक पंक्तियां हैं आपकी,, मन की पीड़ा मन ही जाने,, और न जाने कोय,, अति सुंदर रचना 👍🏻👌👌👌👌🌷🥀🌻