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क्या वो प्यार था .......

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एक बार उसने खुद ही कहा था कि" हम औरतों के दिल में कई चेम्बर होते है एक में उसकी गृहस्थी और एक में उसका मायका ,सखियाँ होती है और जो दिल का जो तिकोना हिस्सा होता है न ,उसमे उसकी अपनी कुछ छुपी हुई ...

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लेखक के बारे में
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उपासना सियाग

उपासना सियाग  प्रकाशित रचनाएँ :      1 ) सरिता , सखी जागरण , दैनिक भास्कर और कई पत्र - पत्रिकाओं में कहानियाँ और कविताओं का प्रकाशन।       2 ) छह साँझा काव्य संग्रह और रश्मि प्रभा जी की पुस्तक में लेख ' औरत होना ही अपने आप में एक ताकत है '… का प्रकाशन।  पुरस्कार -सम्मान :-- 2011 का ब्लॉग रत्न अवार्ड , शोभना संस्था द्वारा।  अभिरुचियाँ :-- कहानी , कविता लिखने के साथ ही पढ़ने का भी शौक है।  शिक्षा : बी.एस.सी. (गृह विज्ञान ) महारानी कॉलेज जयपुर ( राजस्थान )  , ज्योतिष रत्न  ए.आई.ऍफ़.ए.एस.( AIFAS) दिल्ली। 

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  • author
    Anish Jain
    14 मई 2018
    कहानी का मतलब कि ......"जिंदगी में सुकून क्यों है!!!!??" उमंग के प्यार का क्या कसूर। जिंदगी बढ़िया चल रही है उसमें उफान लाने की क्या जरूरत। तब अगर प्यार को स्वीकृति नहीं दे सके तो अब जब आगे बढ़ चुके तो वापसी का क्या मतलब ?!?? और जिसने आपसे प्यार किया है क्या उसके प्यार के कोई मायने नहीं!!!! यह तो प्राग का चरित्र आपने ठीक घड़ा नहीं तो दो परिवार खराब होने के कगार पर आ जाते। बाकी मेरे विचार से "क्या वो प्यार था......?। नहीं वह बचपना था और उसकी तरफ वापसी नासमझी।
  • author
    Shalini chauhan
    15 सितम्बर 2018
    ऐसा क्यू होता है कि कुछ लोग जिंदगी में आगे बढ़ जाते है और किसी से पुरानी यादें भुलाई नही जाती। अतृप्त आत्मा की तरह मन भी अतृप्त ही रहता है। जिनकी याददाश्त अच्छी होती है वो सबसे ज्यादा दुखी रहते है ना वो बचपन भुलाया जाता न वो प्यार। सच्चे प्यार की कभी कदर नही होती
  • author
    Soniya Chauhan
    02 अप्रैल 2019
    सच्चे प्यार की हर कोई कदर नहीं करता 😦😦 सच्चा प्यार भी हमेशा गलत इंसान से होता है क्योंकि या तो वो पहले ही छोड़ देता है या फिर जब उसकी जरूरत होती है छोड़ देता है, आज के दौर में सच्चा प्यार नहीं मिलता ,, सब मतलब के लिए प्यार करते है 😧😧😧😧किसी पर भी विश्वाश मत करो
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    Anish Jain
    14 मई 2018
    कहानी का मतलब कि ......"जिंदगी में सुकून क्यों है!!!!??" उमंग के प्यार का क्या कसूर। जिंदगी बढ़िया चल रही है उसमें उफान लाने की क्या जरूरत। तब अगर प्यार को स्वीकृति नहीं दे सके तो अब जब आगे बढ़ चुके तो वापसी का क्या मतलब ?!?? और जिसने आपसे प्यार किया है क्या उसके प्यार के कोई मायने नहीं!!!! यह तो प्राग का चरित्र आपने ठीक घड़ा नहीं तो दो परिवार खराब होने के कगार पर आ जाते। बाकी मेरे विचार से "क्या वो प्यार था......?। नहीं वह बचपना था और उसकी तरफ वापसी नासमझी।
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    Shalini chauhan
    15 सितम्बर 2018
    ऐसा क्यू होता है कि कुछ लोग जिंदगी में आगे बढ़ जाते है और किसी से पुरानी यादें भुलाई नही जाती। अतृप्त आत्मा की तरह मन भी अतृप्त ही रहता है। जिनकी याददाश्त अच्छी होती है वो सबसे ज्यादा दुखी रहते है ना वो बचपन भुलाया जाता न वो प्यार। सच्चे प्यार की कभी कदर नही होती
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    Soniya Chauhan
    02 अप्रैल 2019
    सच्चे प्यार की हर कोई कदर नहीं करता 😦😦 सच्चा प्यार भी हमेशा गलत इंसान से होता है क्योंकि या तो वो पहले ही छोड़ देता है या फिर जब उसकी जरूरत होती है छोड़ देता है, आज के दौर में सच्चा प्यार नहीं मिलता ,, सब मतलब के लिए प्यार करते है 😧😧😧😧किसी पर भी विश्वाश मत करो