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कोड ईश्वासा-2

4.9
29334

मेजर वियोम समर के चेहरे पर उभरी परेशानी को देख बोले "मेजर हम तुम्हारी कोई मदद कर पाये तो जरूर बताना। ये हार तुम्हारे अकेले की नही बल्कि पूरी आर्मी की हैं। समर ने हाँ में सर हिलाया औऱ पट्टी करवाकर वँहा से निकलकर मैदान में चला आया। बहुत से जवान सीमाओं पर चैकिंग करने जा रहे थे कुछ आज हुए हादसें की खोजबीन में जुटे थे। समर सबके जय हिंद का जवाब देते हुए बेस के पीछे वाली पहाड़ी पर चला आया। तापमान काफी गिरा हुआ था और आसपास के पहाड़ इस रात के अंधेरे में किसी राक्षस की तरह लग रहे थे। जैसे वो उसकी हार पर ...

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कोड ईश्वासा-3
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शालिनी सिंह
4.9

अर्सव्या ने उसके पैर देखे जो रजाई से बाहर थे। उसने तुरंत अपने जुराब उतारे औऱ सोते हुए समर के पैरों में पहनाकर उसे रजाई से ढक दिया। तभी उसकी नज़र समर के हाथ मे मजबूती से जकड़े फ़ोटो फ्रेम पर गयी और ...

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शालिनी सिंह

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    अंकिता वैष्णव
    09 जनवरी 2022
    जिंदगी भी कभी कभी बहुत इम्तेहान लेती है किसी की जिंदगी में फूल तो किसी की कांटो से भरी...समर और अर्सव्या दोनों की जिंदगी में मां का प्यार बचपन में ही छीन गया ...गरीबी इंसान को बहुत मजबूत, मेहनती बना देती है और इसी मेहनत ने समर को आज भारतीय सेना में अपने सपने को पूरा कर रहा है..समर दिग्विजय सिंह के घर में रहते थे लेकिन उसने अर्सव्या को देखा तक नहीं था... नाता तो है अर्सव्या और समर का... fabulous Part
  • author
    Karishma Srivastav
    12 जनवरी 2022
    काफी सालों से आर्मी में है समर...सही है एक सैनिक से यही अपेक्षा की जाती है कि वो कठोर बने,,,,जो ज़रूरी भी है...पर ये एक बहुत बड़ा सच है कि एक दिल उनके पास भी होता है जिसमें बहुत से जज़्बात भरे होते है... ग़रीबी में पले है समर,,,सुविधाओं के अभाव में...उन्होंने सपना देखा और अपनी मेहनत से उसे पूरा भी किया....दिग्विजय सिंह को देखकर उसमे उनके जैसा बनने का हौसला आता था,,,,और उन्होंने बहुत सपोर्ट भी किया समर को.... अर्साव्या एकदम अलग सा नाम है... क्या कनेक्शन है दोनों में??? किसको देखा था उन्होंने ??? बेहतरीन पार्ट...👌👌👌👌
  • author
    Sofiya Shaikh सुपरफैन
    09 जनवरी 2022
    शुक्रिया मैम इतनी प्यारी कहानी के लिए दिल से शुक्रिया
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    अंकिता वैष्णव
    09 जनवरी 2022
    जिंदगी भी कभी कभी बहुत इम्तेहान लेती है किसी की जिंदगी में फूल तो किसी की कांटो से भरी...समर और अर्सव्या दोनों की जिंदगी में मां का प्यार बचपन में ही छीन गया ...गरीबी इंसान को बहुत मजबूत, मेहनती बना देती है और इसी मेहनत ने समर को आज भारतीय सेना में अपने सपने को पूरा कर रहा है..समर दिग्विजय सिंह के घर में रहते थे लेकिन उसने अर्सव्या को देखा तक नहीं था... नाता तो है अर्सव्या और समर का... fabulous Part
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    Karishma Srivastav
    12 जनवरी 2022
    काफी सालों से आर्मी में है समर...सही है एक सैनिक से यही अपेक्षा की जाती है कि वो कठोर बने,,,,जो ज़रूरी भी है...पर ये एक बहुत बड़ा सच है कि एक दिल उनके पास भी होता है जिसमें बहुत से जज़्बात भरे होते है... ग़रीबी में पले है समर,,,सुविधाओं के अभाव में...उन्होंने सपना देखा और अपनी मेहनत से उसे पूरा भी किया....दिग्विजय सिंह को देखकर उसमे उनके जैसा बनने का हौसला आता था,,,,और उन्होंने बहुत सपोर्ट भी किया समर को.... अर्साव्या एकदम अलग सा नाम है... क्या कनेक्शन है दोनों में??? किसको देखा था उन्होंने ??? बेहतरीन पार्ट...👌👌👌👌
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    Sofiya Shaikh सुपरफैन
    09 जनवरी 2022
    शुक्रिया मैम इतनी प्यारी कहानी के लिए दिल से शुक्रिया