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कागज़ की नाव

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ये दौलत भी ले लो,ये शोहरत भी ले लो भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी...... रेडियो पर बजती जगजीत सिंह की इस ग़ज़ल और आज के मौसम ने ...

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rajeshwari chaubey
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    Arushi
    16 जुलाई 2020
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    16 जुलाई 2020