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कलिगं विजय-(एक राजा का शोक पत्र)

4.5
2137

महान अशोक कि साम्राज्यवादी नीतियों ने युद्ध का शंखनाद बजा दिया था सेना कलिगं के लिये कूच कर चुकी थी महान अशोक जिसने अपने चाचा मदनपाल व अपने भाईयों को मारकर यह राज सिंहासन हासिल किया था आज वह अपनी ...

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लेखक के बारे में
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Jaydev Valmiki
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Shalu
    12 अगस्त 2020
    अहिंसा और शान्ति से बड़ी कोई चीज नही है बहुत ही सुंदर व्याख्या की है रचना के लिए लेखक को धन्यवाद
  • author
    Anup Kumar
    27 मई 2020
    कलिंग विजय(एक सम्राट का शोक पत्र) श्री जयदेव बाल्मीकि द्धारा ऐतिहासिक घटना का चित्रण मन को छू जाता हैं. युद्ध का परिणाम कभी भी अच्छी नही होती है.इतिहास गवाह है.मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं. शेष फिर कभी. अनुप कुमार, वन विभाग, राँची.878 935 9681.
  • author
    Megha Madke
    02 जुलाई 2020
    Aapane accha varnan kiya hai.. lekin samrat Ashok ne boddha dhamma sweekar karake apana aage ka jiwan vyathith kiya tha. yadi do line ess bare me likhakar purn kiya hota to kahani puri hoti. apurn lag rahi hai.
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  • author
    Shalu
    12 अगस्त 2020
    अहिंसा और शान्ति से बड़ी कोई चीज नही है बहुत ही सुंदर व्याख्या की है रचना के लिए लेखक को धन्यवाद
  • author
    Anup Kumar
    27 मई 2020
    कलिंग विजय(एक सम्राट का शोक पत्र) श्री जयदेव बाल्मीकि द्धारा ऐतिहासिक घटना का चित्रण मन को छू जाता हैं. युद्ध का परिणाम कभी भी अच्छी नही होती है.इतिहास गवाह है.मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं. शेष फिर कभी. अनुप कुमार, वन विभाग, राँची.878 935 9681.
  • author
    Megha Madke
    02 जुलाई 2020
    Aapane accha varnan kiya hai.. lekin samrat Ashok ne boddha dhamma sweekar karake apana aage ka jiwan vyathith kiya tha. yadi do line ess bare me likhakar purn kiya hota to kahani puri hoti. apurn lag rahi hai.