pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

एक संकल्प अपराजिता सा

4.1
5705

निवेदिता ने आज ऑफिस से ऑफ ले रखा था। सुबह की सैर के बाद अपनी बालकनी में सूरज की किरणों का स्पर्श पाते ही उसका मन हर्षित हो उठा। सुबह सुबह सूर्योदय की लालिमा और फिर उसका दिव्य प्रकाश मन को आह्लादित कर ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Chetan Gupta
    24 नवम्बर 2021
    very nice
  • author
    Savita Ojha
    03 अगस्त 2018
    बेहतरीन कहानी
  • author
    Dipti Biswas
    18 जुलाई 2018
    लाजवाब
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Chetan Gupta
    24 नवम्बर 2021
    very nice
  • author
    Savita Ojha
    03 अगस्त 2018
    बेहतरीन कहानी
  • author
    Dipti Biswas
    18 जुलाई 2018
    लाजवाब