इस तरह हमारे विदर्भ का यह लाडला पुत्र ‘हीरो’ बनने बंबई चला जाता है. वहां जाकर उसे क्या-क्या करना पड़ता है, अनेक सुखद-दुखद संयोगों का किस तरह सामना करना पड़ता है. आखिरकार सफलता उनके कदम चूमती है. ...
इस तरह हमारे विदर्भ का यह लाडला पुत्र ‘हीरो’ बनने बंबई चला जाता है. वहां जाकर उसे क्या-क्या करना पड़ता है, अनेक सुखद-दुखद संयोगों का किस तरह सामना करना पड़ता है. आखिरकार सफलता उनके कदम चूमती है. ...