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एक यायावर की रोमांचक दास्तान ‘मेरी आत्मकथा-किशोर साहू’

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इस तरह हमारे विदर्भ का यह लाडला पुत्र ‘हीरो’ बनने बंबई चला जाता है. वहां जाकर उसे क्या-क्या करना पड़ता है, अनेक सुखद-दुखद संयोगों का किस तरह सामना करना पड़ता है. आखिरकार सफलता उनके कदम चूमती है. ...