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एक नन्ही सी मुट्ठी...!!

4.9
261

कुछ दिन बाद नई कपोलों को जमीं से, निकलते देखा....

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लेखक के बारे में
author
Seema Maurya

🪶"शब्दों से खेलना.... अच्छा लगता है...!!"✍️

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Dev Lal Gurjar "Bhatia"
    20 अगस्त 2019
    सुंदर रचना
  • author
    कानू
    20 अगस्त 2019
    खूबसूरत रचना..
  • author
    शान लुधियानवी
    24 अगस्त 2019
    बचपन कुछ होता ही ऐसा है,जो हम करते हैं उसी को देख बच्चे सीखते है! यहां उनकी सीखने की लगन बिना किसी परिणाम की परवाह किए और लोगो से ज्यादा होती है.. मैने इस कविता में यही भाव महसूस किया! साथ ही यहां एक मासूम के उस स्वरूप को भी बड़ी ही खूबसरती से पेश किया गया है जिस में उसकी अच्छाई झलकती है...... बहुत खूब.. शुक्रिया
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    Dev Lal Gurjar "Bhatia"
    20 अगस्त 2019
    सुंदर रचना
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    कानू
    20 अगस्त 2019
    खूबसूरत रचना..
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    शान लुधियानवी
    24 अगस्त 2019
    बचपन कुछ होता ही ऐसा है,जो हम करते हैं उसी को देख बच्चे सीखते है! यहां उनकी सीखने की लगन बिना किसी परिणाम की परवाह किए और लोगो से ज्यादा होती है.. मैने इस कविता में यही भाव महसूस किया! साथ ही यहां एक मासूम के उस स्वरूप को भी बड़ी ही खूबसरती से पेश किया गया है जिस में उसकी अच्छाई झलकती है...... बहुत खूब.. शुक्रिया