pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

उड़ती चिड़िया

4.1
183

7-10-14, कोलकाता; नई किताब- नई पुरानी कवितायें! 11-10-1997 चिट्ठी पाकर गुड़िया अपनी प्रिय बिटिया सुप्रिया के नाम नाम 18 वर्ष पूर्व लिखी यह कविता पुराने पत्र-संग्रह में मिली है। संभव है कि मेरी अनेक ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Saroj R Baid
    14 अक्टूबर 2020
    आपकी एक छोटी बहन, श्रृंगार है मेरे भैया का, ताज है मेरे मायके का। अपने भाई को वो आज भी उतना ही प्यार करती है जितना मैं अपने भाई को। आसान नहीं था छोटी उमर में माँ को खोकर सहज हो पाना, गर्व है मुझे मेरे भाई पर जिसने उसे सम्हाला आपके पिता की अमानत को अपने सर का ताज बनाया। बस यह याद रखे बेटी कभी भी पराई अमानत नहीं होती वो तो हमारी बेशकीमती अमानत थी, है और रहेगी।
  • author
    Anand Barun
    16 जनवरी 2022
    सुंदर👌👌👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Saroj R Baid
    14 अक्टूबर 2020
    आपकी एक छोटी बहन, श्रृंगार है मेरे भैया का, ताज है मेरे मायके का। अपने भाई को वो आज भी उतना ही प्यार करती है जितना मैं अपने भाई को। आसान नहीं था छोटी उमर में माँ को खोकर सहज हो पाना, गर्व है मुझे मेरे भाई पर जिसने उसे सम्हाला आपके पिता की अमानत को अपने सर का ताज बनाया। बस यह याद रखे बेटी कभी भी पराई अमानत नहीं होती वो तो हमारी बेशकीमती अमानत थी, है और रहेगी।
  • author
    Anand Barun
    16 जनवरी 2022
    सुंदर👌👌👌