pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

उम्मीद का दीया

4.3
124349

अनजाने प्यार का सफर, किसी और का हमसफर और उसे पाने की उम्मीद ।

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
मनीषा दुबे

मैं एक होम मेकर हूँ.. लिखने का शौक बहुत पहले से था पर अब इसे मैंने आदत बना लिया है | उम्मीद है आप लोगों को भी मेरी ये आदत पसंद आयेगी 😊😊🙏

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    12 ജൂണ്‍ 2019
    कितना सुंदर लिखती हैं आप..... वो शब्द ही नहीं मेरे जो आपकी तारीफ को पूरा कर सकें..... एक अलग ही दुनिया में पहुँचा दिया आपकी कहानी ने... ऐसा लग रहा था मानो राघव और सिया के साथ मैं भी वहीं खड़ी हूँ और महसूस कर रही हूं उनके एहसास को.... 👏👏👏👏
  • author
    Rohit Rohit
    20 ജൂണ്‍ 2019
    मन की बातें जरूर बोल देनी चाहिए, क्या पता सुन ने वाला उसी आस में हो। बेहतरीन रचना।
  • author
    Juhi Sahu
    09 മെയ്‌ 2019
    bahut hi sundar kahani......🌹🌹🌹 ...aur bahut hi shaandar aur jaandaar iss kahani ka shayaranaa andaazzzz..........bahut hi pyaariii hai ye story......🌹🌹🌹🌹
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    12 ജൂണ്‍ 2019
    कितना सुंदर लिखती हैं आप..... वो शब्द ही नहीं मेरे जो आपकी तारीफ को पूरा कर सकें..... एक अलग ही दुनिया में पहुँचा दिया आपकी कहानी ने... ऐसा लग रहा था मानो राघव और सिया के साथ मैं भी वहीं खड़ी हूँ और महसूस कर रही हूं उनके एहसास को.... 👏👏👏👏
  • author
    Rohit Rohit
    20 ജൂണ്‍ 2019
    मन की बातें जरूर बोल देनी चाहिए, क्या पता सुन ने वाला उसी आस में हो। बेहतरीन रचना।
  • author
    Juhi Sahu
    09 മെയ്‌ 2019
    bahut hi sundar kahani......🌹🌹🌹 ...aur bahut hi shaandar aur jaandaar iss kahani ka shayaranaa andaazzzz..........bahut hi pyaariii hai ye story......🌹🌹🌹🌹