सावन का महीना है , मौसम भी अपने रूआब पर है , रह रह कर वर्षा की बूंदे अपनी चंचलता दीखा रही है , अपने मकान में आगे बरामदे में कंचन बैठे बैठे अपने गीले बालों को सूखा रही है , क्योंकि रविवार का ...
सावन का महीना है , मौसम भी अपने रूआब पर है , रह रह कर वर्षा की बूंदे अपनी चंचलता दीखा रही है , अपने मकान में आगे बरामदे में कंचन बैठे बैठे अपने गीले बालों को सूखा रही है , क्योंकि रविवार का ...