कभी कभी अलविदा की घड़ी इस तरह से आती है कि आप अलविदा कह ही नहीं पाते, और जब तक स्वीकार कर पाते हैं कि सचमुच ही कोई जा चुका है, तब तक देर हो चुकी होती है, फिर किसे कहें अलविदा..!! २१ Dec.२००२ को उनका ...
मैंने अपने पापा को 2007 में खोया था , उस दिन मैं 34 साल का था , पर जैसे बच्चा ही था . एक दिन में बड़ा हो गया . जो जगह खाली हुयी है जीवन में वो कभी नहीं भरेगी . बरगद की जगह कौन भर सकता है ? . मैं उस खाली जगह में कुछ फूलों के पौधे लगाता रहता हूँ , ताकि वो जगह खाली तो रहे पर महकती रहे :)
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मैंने अपने पापा को 2007 में खोया था , उस दिन मैं 34 साल का था , पर जैसे बच्चा ही था . एक दिन में बड़ा हो गया . जो जगह खाली हुयी है जीवन में वो कभी नहीं भरेगी . बरगद की जगह कौन भर सकता है ? . मैं उस खाली जगह में कुछ फूलों के पौधे लगाता रहता हूँ , ताकि वो जगह खाली तो रहे पर महकती रहे :)
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