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इज़हार

4.4
16211

" हैलो, निखिल ! किस सोच में डूबे हो ।" - इंदु ने निखिल को चुपचाप बैठे देखकर पूछा । रूचि और सुरेश भी उसके पीछे-पीछे पहुँच गए । " कुछ खास नहीं, बस यूँ ही बैठा था ।" - निखिल ने उन तीनों को पास पड़े ...

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लेखक के बारे में

प्रकाशित पुस्तकें – 13 ( हिंदी और पंजाबी में कविता, कहानी और समीक्षा पर ); ईनाम- विश्व हिंदी सचिवालय मारीशस द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय हिंदी कहानी प्रतियोगिता में सौ डॉलर का सांत्वना पुरस्कार; जन्म तिथि - 23/10/1976; शिक्षा – एम. ए. हिंदी, इतिहास, ज्ञानी, बी.एड., उर्दू में सर्टिफिकेट कोर्स, हिंदी में नेट क्वालीफाइड; कार्यक्षेत्र – अध्यापन, लेक्चरर हिंदी ( स्कूल कैडर ); पता – गाँव व डाक – मसीतां, डबवाली, सिरसा ( हरियाणा ) ; Mo. - 87085-46183 Email - [email protected] मेरा कहानी-संग्रह यहाँ उपलब्ध है - https://www.amazon.in/dp/9386027992/

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    सौरभ दबंग
    19 அக்டோபர் 2019
    " इज़हार " सच मे कमाल की रचना, प्रतिलिपि की best रचनाओं में से एक, बहुत ही लाजवाब , इससे बेहतरीन प्यार का इज़हार सच में 👌👌❤️❤️ कैसे कहे समझ नही आ रहा है मगर ऐसा inderectly प्यार का इज़हार जैसे लग रहा है इससे बढ़िया कुछ हो ही नही सकता । बहुत ही प्यारा 🤗🤗
  • author
    रोली अभिलाषा
    04 ஏப்ரல் 2018
    सच कहा प्यार पागलपन ही है, कब और कितना हो जाता है किसी को खबर नहीं।
  • author
    Aakaar Agrawal
    29 ஏப்ரல் 2018
    बहुत ही प्यारी कहानी थी। मुझे काफी पसंद आयी।😊😊😊
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    सौरभ दबंग
    19 அக்டோபர் 2019
    " इज़हार " सच मे कमाल की रचना, प्रतिलिपि की best रचनाओं में से एक, बहुत ही लाजवाब , इससे बेहतरीन प्यार का इज़हार सच में 👌👌❤️❤️ कैसे कहे समझ नही आ रहा है मगर ऐसा inderectly प्यार का इज़हार जैसे लग रहा है इससे बढ़िया कुछ हो ही नही सकता । बहुत ही प्यारा 🤗🤗
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    रोली अभिलाषा
    04 ஏப்ரல் 2018
    सच कहा प्यार पागलपन ही है, कब और कितना हो जाता है किसी को खबर नहीं।
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    Aakaar Agrawal
    29 ஏப்ரல் 2018
    बहुत ही प्यारी कहानी थी। मुझे काफी पसंद आयी।😊😊😊