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आर्मी वाला लव

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मुझे ये प्यार बहुत छोटी सी उम्र में हो गया था।जब मैं मात्र 10 साल की थी।शायद तब मुझे ये भी नहीं पता था की आर्मी है क्या।क्योंकि ये प्यार मुझे किसी शक्श से नहीं उस हरी वर्दी से हुआ था जिसका जिक्र रात ...

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लेखक के बारे में

Birth place - devidas wala ,mandawar ,distt bijnor ,uttarpradesh Birth date - 1 June 1988 Education - double M.A in english literature,appearing NTA UGC NET in english literature. Enrolled in P.hd in english literature. Academic qualification - diploma in aviation ,hospitality and travel n tourism . Work experience - kingfisher airlines ,Levi's,denizen ,aviation academies Achievement - winner of mrs uttrakhand international 2018 Profession- aviation ,hospitality,retail trainer n house wife as well Director of DHA Dream High Academy in Dehradun and Bijnor

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ruchi Sharma
    07 जून 2018
    आप की कहानी ने मुझे मेरे बचपन में पहुँचा दिया जब मैं 13 साल की थी दूरदर्शन पर एक सीरियल आता था आरोहण जो नेवी और एयरफोर्स पर आधारित थाउसे देखकर मुझ पर जुनून सवार हो गया था नेवी में जाने का लेकिन किस्मत ने मुझे टीचर बना दिया स्कूल में बच्चों को सेना और देश के बारे मे बताती रहती हूँ उसका परिणाम यह रहा कि लगभग 3 साल पहले मेरे एक विद्यार्थी अम्बरीष दुबे का चयन भारतीय थल सेना में हो गया । यकीन मानिए ऐसा एहसास हुआ मानो मैं ने अपने बचपन के सपने को पूरा कर लिया है।
  • author
    Deepak Tanwar
    14 सितम्बर 2017
    जब सरहद छोड़ कर घर आते है ओर हमारे देशवासियों में से 10 प्रतिशत लोग आप जैसे मिलते है तो, वापस सिमा पर तैनात होने में हिचकिचाहट नही होती। बस आप लोग इसी तरह एक सिपाही का सम्मान करते रहें। आप लोगो का प्यार ही तो है जो हमें -52℃ में भी गर्मी देता है। धन्यवाद, 🇮🇳जय हिंद। जय भारत🇮🇳
  • author
    Anuj Bhola
    15 जुलाई 2018
    आपने तो मुझे मेरे बचपन की याद दिला दी। मैं भी एयरफोर्स में जाना चाहता था पर सपना पूरा न हो सका । पर मैने हार नही मानी आज एक पुलिसकर्मी के रूप में देश सेवा कर रहा हूँ। जय हिन्द जय हिंद की सेना।
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    Ruchi Sharma
    07 जून 2018
    आप की कहानी ने मुझे मेरे बचपन में पहुँचा दिया जब मैं 13 साल की थी दूरदर्शन पर एक सीरियल आता था आरोहण जो नेवी और एयरफोर्स पर आधारित थाउसे देखकर मुझ पर जुनून सवार हो गया था नेवी में जाने का लेकिन किस्मत ने मुझे टीचर बना दिया स्कूल में बच्चों को सेना और देश के बारे मे बताती रहती हूँ उसका परिणाम यह रहा कि लगभग 3 साल पहले मेरे एक विद्यार्थी अम्बरीष दुबे का चयन भारतीय थल सेना में हो गया । यकीन मानिए ऐसा एहसास हुआ मानो मैं ने अपने बचपन के सपने को पूरा कर लिया है।
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    Deepak Tanwar
    14 सितम्बर 2017
    जब सरहद छोड़ कर घर आते है ओर हमारे देशवासियों में से 10 प्रतिशत लोग आप जैसे मिलते है तो, वापस सिमा पर तैनात होने में हिचकिचाहट नही होती। बस आप लोग इसी तरह एक सिपाही का सम्मान करते रहें। आप लोगो का प्यार ही तो है जो हमें -52℃ में भी गर्मी देता है। धन्यवाद, 🇮🇳जय हिंद। जय भारत🇮🇳
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    Anuj Bhola
    15 जुलाई 2018
    आपने तो मुझे मेरे बचपन की याद दिला दी। मैं भी एयरफोर्स में जाना चाहता था पर सपना पूरा न हो सका । पर मैने हार नही मानी आज एक पुलिसकर्मी के रूप में देश सेवा कर रहा हूँ। जय हिन्द जय हिंद की सेना।