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आखिर में

4.3
80

“आखिर में...” “सारांश” यह निम्न वर्ग-निम्न मध्यम वर्ग के ग्रामीण इलाके के परिवेश और उससे उपजी समस्याओं के बीच एक युवा होती लड़की की संघर्षशील व्यक्तित्व और अपने समाज,परिवार, में स्थापित धार्मिक ...

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लेखक के बारे में
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राजा सिंह

नाम         ः     राजा सिंह  जन्म         ः    02 अगस्त 1963 (कानपुर) शिक्षा         ः     एम. एस. सी. (जन्तु विज्ञान) विधा        ः    कहानी एवं कविताएं, कई कहानियां एवं कविताएं विभिन्न                  पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित   संप्रति        ः    भारतीय स्टेट बैंक में प्रबन्धक  ई मेल - तंरंण्ेपदही1312/हउंपसण्बवउ  साभार     ः    हंस, पाखी, कथाक्रम, कथा बिम्ब, बया, उद्भावना, वागर्थ, वाक, लमही, जन सत्ता, दैनिक हरिभूमि,कथा समय, हरिगंधा, प्रगतिशील वसुधा, मधुमती,लहक, इन्द्र प्रस्थ भारती, अभिनव इमरोज, चिन्तन दिशा, वचनवीथी तथा अन्य पत्र पत्रिकाएँ। समर्पित     ः    अपने अग्रज श्री अम्बिका सिंह जो मेरे प्रेेरणा स्त्रोत है  

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rashmi Vashistha
    16 मई 2021
    bhut acchi story hai, puri story end tak badhe rahti hai
  • author
    सिद्धार्थ सिंह
    14 मई 2021
    बेहतरीन रचना।
  • author
    24 मई 2022
    वाह, क्या कमाल की कहानी थी।
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    Rashmi Vashistha
    16 मई 2021
    bhut acchi story hai, puri story end tak badhe rahti hai
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    सिद्धार्थ सिंह
    14 मई 2021
    बेहतरीन रचना।
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    24 मई 2022
    वाह, क्या कमाल की कहानी थी।