pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

नरपिशाच

4.6
8262

"कैसा रहा पेपर गौरव?" "बहुत अच्छा रहा भैया"। "अरे! तो जरा आओ भाई इधर भी। वैसे भी बहुत दिन हुए तुम्हें देखे हुए" "जी भैया। मैं भी सोच ही रहा था। मां–पिताजी से पूछ कर योजना बताता हूं"। ग्रेजुएशन ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

विज्ञान का विद्यार्थी हूं, प्रेम का पुजारी हूं और साहित्य का प्रेमी हूं...♥️

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    पवनेश मिश्रा
    14 मई 2020
    बेहतरीन कथानक हेतु बहुत बहुत बधाई भारद्वाज जी 🙏🌹🙏,
  • author
    Dharmendra Bhatt
    29 जून 2021
    डरावनी पर मजेदार और बढ़िया कहानी.
  • author
    Shalini Kaushal
    12 जुलाई 2021
    not so interested there is no horrifyingly .no adventure,no interesting story
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    पवनेश मिश्रा
    14 मई 2020
    बेहतरीन कथानक हेतु बहुत बहुत बधाई भारद्वाज जी 🙏🌹🙏,
  • author
    Dharmendra Bhatt
    29 जून 2021
    डरावनी पर मजेदार और बढ़िया कहानी.
  • author
    Shalini Kaushal
    12 जुलाई 2021
    not so interested there is no horrifyingly .no adventure,no interesting story