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अलग राह

4.4
2561

अब तुम एक नई राह तय करोगे,मैं इससे आगे तुम संग न चल सकूँगी।लड़की हूँ .......तो एक लड़की की भावनाएं समझ सकती हूँ।तुमको पूरी तरह से... सिर्फ उसी का होकर रहना है। फिर हमने ये वादा भी किया था न कि किसी ...

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लेखक के बारे में

मैं कॉपी नही कर सकती भावनाओं की, बस शब्द लिख सकती हूँ अहसास में गुंथे। कहानी मेरी ही आवाज़ में सुनने के लिए मेरा चैंनल भी सब्सक्राइब कर सकते हैं ।नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।https://youtube.com/channel/UCeH2kaD0bXs4Vf5Ksw_dI5A

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    26 सितम्बर 2019
    अतिसुंदर प्रस्तुति ।। गजब बधाई हो आपको ।। कृपया स्नेह स्वरूप मेरी रचना श्रीदुर्गाचरितमानस एवं उल्टी गंगा बदलता परिवेश पढ़ने का कष्ट करे सहृदय धन्यवाद हमें आशा है कि आप जरूर पढ़ेगे समीक्षा की प्रतीक्षा रहेगी जय माता दी।
  • author
    Tara Tripathi
    09 अप्रैल 2023
    अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है यह रचना कुछ क्या काफी अनकहों की जिंदगी ❤❤का
  • author
    Pradyumn Patel
    15 जून 2019
    script chota sa h lekin baat bahut hi gahrai ki h.👌👌👌👌👌👌
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    26 सितम्बर 2019
    अतिसुंदर प्रस्तुति ।। गजब बधाई हो आपको ।। कृपया स्नेह स्वरूप मेरी रचना श्रीदुर्गाचरितमानस एवं उल्टी गंगा बदलता परिवेश पढ़ने का कष्ट करे सहृदय धन्यवाद हमें आशा है कि आप जरूर पढ़ेगे समीक्षा की प्रतीक्षा रहेगी जय माता दी।
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    Tara Tripathi
    09 अप्रैल 2023
    अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है यह रचना कुछ क्या काफी अनकहों की जिंदगी ❤❤का
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    Pradyumn Patel
    15 जून 2019
    script chota sa h lekin baat bahut hi gahrai ki h.👌👌👌👌👌👌