pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

अमंगली

4.8
120

" अम्मा नहीं रही" हरि जोर जोर से चिल्ला रहा था।सारे गांव के लोग एकत्रित हो गए थे " क्या हुआ अम्मा को, कल तक तो ठीक थी, अचानक से क्या हो गया" " पता नहीं अम्मा को क्या हो गया था आज सुबह उठ कर ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Pinky Khurana

सच बहुत कड़वा होता है और इसलिए इसे कोई पसंद नहीं करता इसलिए मैंने सच लिखना छोड़ दिया है और कल्पना में लिखना शुरू कर दिया है, क्यों कि सच लिखों तो कोई कहानी पड़ना ही नहीं चाहता इसलिए सोचा अब कुछ झूठ लिखा जाए

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Riti Taneja "Riti"
    12 जनवरी 2023
    बहुत बहुत भावुक कर दिया।जीवन में जब एक चीज को जाए तो जीवन समाप्त नहीं होता, परमात्मा ने कोई और रास्ता और लक्ष्य बनाया होता है।🙏🏻
  • author
    Sangita Sikaniya
    12 जनवरी 2023
    aapki har kahani ki tarah yah bhi bhut hi pyari kahani..... ese hi choti kahaniya bhi likhti rhe....
  • author
    Renu Gupta
    09 फ़रवरी 2024
    renuka ka to pta nhi pr wo amnagli jrur tha
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Riti Taneja "Riti"
    12 जनवरी 2023
    बहुत बहुत भावुक कर दिया।जीवन में जब एक चीज को जाए तो जीवन समाप्त नहीं होता, परमात्मा ने कोई और रास्ता और लक्ष्य बनाया होता है।🙏🏻
  • author
    Sangita Sikaniya
    12 जनवरी 2023
    aapki har kahani ki tarah yah bhi bhut hi pyari kahani..... ese hi choti kahaniya bhi likhti rhe....
  • author
    Renu Gupta
    09 फ़रवरी 2024
    renuka ka to pta nhi pr wo amnagli jrur tha