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अनुपमा

4.0
78388

फोन पर रवि की आवाज सुनाई दी तो काँप सी उठी वह .... धड़कनें बेकाबू हो गईं, चेहरा लाल और गला सूखने लगा .... कि रवि तो उससे माफी माँग रहे थे! घर पर आकर उससे और बेटी शिखा से मिलना चाहते थे! क्या करे ...

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लेखक के बारे में

प्राइवेट सेक्टर कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर, कई समाजसेवी संस्थाएँ जैसे लायंस क्लब तथा इनरव्हील क्लब के कई डिस्ट्रिक्ट लेबल पदभार सँभाले और उल्लेखनीय काम किया । लेखन का शौक बचपन से ही रहा है। रचनाएँ राष्ट्रीय स्तर की कई पत्रिकाओं तथा लोकल अखबारों में प्रकाशित हो चुकी हैं ।

समीक्षा
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  • author
    Gunjan Gupta
    26 मार्च 2019
    सिक्के के दो पहलू या तसवीर का दुसरा रुख , दोनो को चित्रित करने में भली भांति आप सफल रही हैं ....बधाई मेरी ओर से 😘😘 उत्तम उत्कृष्ट रचना
  • author
    Rajshree BAJORIA
    08 अप्रैल 2019
    anu ravi ke jaisa karti to kya ravi use savikar kar pata
  • author
    Rajendra Singh Gahlot
    27 सितम्बर 2018
    पति के भटकाव के बाद पुन: लौटने को ठुकरा कर स्वयं अपनी जिम्मेदारी के निर्वहन का स्वाभिमान भरा फैसले को प्रस्तुत करने वाली यह कहानी आत्ममंथन पर केन्द्रित है इस विषय पर क ई कहानियां लिखी जा चुकी है साधारण पर पठनीय
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    Gunjan Gupta
    26 मार्च 2019
    सिक्के के दो पहलू या तसवीर का दुसरा रुख , दोनो को चित्रित करने में भली भांति आप सफल रही हैं ....बधाई मेरी ओर से 😘😘 उत्तम उत्कृष्ट रचना
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    Rajshree BAJORIA
    08 अप्रैल 2019
    anu ravi ke jaisa karti to kya ravi use savikar kar pata
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    Rajendra Singh Gahlot
    27 सितम्बर 2018
    पति के भटकाव के बाद पुन: लौटने को ठुकरा कर स्वयं अपनी जिम्मेदारी के निर्वहन का स्वाभिमान भरा फैसले को प्रस्तुत करने वाली यह कहानी आत्ममंथन पर केन्द्रित है इस विषय पर क ई कहानियां लिखी जा चुकी है साधारण पर पठनीय