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अनजाना रिश्ता

3.6
4726

जून का महीना था ..15 तारीख .लैपटॉप आन किया तो एक मैसेज दिखा ...हाय आपकी प्रोफाइल देखी कुछ अलग है सबसे क्या हम दोस्त बन सकते हैं ?नमन ......कुछ सोचते हुए ममता ने नमन की प्रोफाइल सर्च की सलमान खान ...

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anshu singh
    21 दिसम्बर 2016
    कुछ अनजान रिश्ते ऐसे भी होते है जिन्हें हम सिर्फ मेहसूस कर सकते है । और ये कहानी इन्ही रिश्तों का अंश है।।।।
  • author
    Mukul Gupta
    09 दिसम्बर 2016
    Yeh ulta h ladkiya dil me jagah bna leti h aur chor kar bhi chali jati h bina kisi ehsaas ke..
  • author
    Prince
    17 दिसम्बर 2016
    बहुत ही सुन्दर कहानी थी कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हें :)
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    Anshu singh
    21 दिसम्बर 2016
    कुछ अनजान रिश्ते ऐसे भी होते है जिन्हें हम सिर्फ मेहसूस कर सकते है । और ये कहानी इन्ही रिश्तों का अंश है।।।।
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    Mukul Gupta
    09 दिसम्बर 2016
    Yeh ulta h ladkiya dil me jagah bna leti h aur chor kar bhi chali jati h bina kisi ehsaas ke..
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    Prince
    17 दिसम्बर 2016
    बहुत ही सुन्दर कहानी थी कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हें :)