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पहला स्थान

4.5
180

माँ उस दिन बहुत रोई, इतना रोई कि उसके बाद वह जीवन भर रोती रही... जब बेटा...तिरंगे में लिपटकर घर आया.... एक सैनिक की कहानी दर्शाती कविता।

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लेखक के बारे में

*वेबसाइट- www.drpawanesh.com *यू ट्यूब चैनल- Pawanesh Thakurathi * शौक तो बहुत सारे हैं जिंदगी में, मगर पढ़ने और लिखने का जुनून हद से ज्यादा है। * राष्ट्रभाषा और मातृभाषा से अत्यधिक लगाव। हिंदी में कविता और आलोचना की 7 पुस्तकें प्रकाशित। कुमाउनी में साहित्य की नवीन विधाओं में 8 पुस्तकें प्रकाशित। * हिंदी साहित्य में कबीर, सूर और प्रेमचंद प्रिय लेखक हैं। विदेशी लेखकों में स्वेट मार्डन पसंदीदा लेखक हैं। * सर्वाधिक पसंदीदा विषय- प्रेम। * रचनाओं पर आपकी टिप्पणी और आलोचना का सहर्ष स्वागत है।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    नूपुर शांडिल्य
    16 अगस्त 2019
    टूक टूक हुआ शहीद की माँ का ह्रदय खुली किताब की तरह सामने रख दिया आपने .
  • author
    नवीन मद्धेशिया
    16 अगस्त 2019
    बहुत खूब
  • author
    Vijaykant Verma
    15 अगस्त 2019
    बहुत सुंदर रचना
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    नूपुर शांडिल्य
    16 अगस्त 2019
    टूक टूक हुआ शहीद की माँ का ह्रदय खुली किताब की तरह सामने रख दिया आपने .
  • author
    नवीन मद्धेशिया
    16 अगस्त 2019
    बहुत खूब
  • author
    Vijaykant Verma
    15 अगस्त 2019
    बहुत सुंदर रचना