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दस फिट दूर

3.6
1885

गली से बस स्टॉप तक पहुंचने के दो रास्ते थे। एक तरफ चौड़ी सड़क थी जो कमरे के पीछे से गुजरती हुई चौराहे पर पहुंचाती थी। चौराहे की तरफ जाने वाली सड़क शांत और भीड़भाड़ से बची थी। दूसरी तरफ शहर की ...

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लेखक के बारे में

रवीन्द्र स्वप्निल प्रजापति 1 जून 1970 ग्राम सियलपुर तह सिरोंज जिला विदिशा शिक्षा - एम ए बीएड, फिल्म स्क्रिप्ट राइटिंग, इग्नू    प्रकाशन  आजकल, समकालीन भारतीय साहित्य, वागर्थ, कथादेश, हंस, परिकथा, आउटलुक, इंडियाटुडे, दैनिक भास्कर नवभारत, हिंदुस्तान, सहारा समय , लोकमत समाचार, आदि में कहानी कविताएं प्रकाशित।  कई साक्षत्कार राजेंद्र यादव, मैनेजर पांडे , कमलेश्वर, राजेश जोशी, विजय बहादुर सिंह, रमेश चन्द्र शाह  सम्मान  कहानी के लिए राजस्थान पत्रिका का   प्रथम पुरस्कार   कविता के लिए रजा सम्मान    पुस्तकें: कोलाज अफेयर मन का ट्रेक्टर  (कहानी संग्रह शीघ्र प्रकाश्य ) बाल कविताएं संप्रति  कोलाज  कला आर्ट पत्रिका का संपादन   पीपुल्स समाचार भोपाल में कार्यरत    पता - टॉप १२ हाई लाइफ काम्प्लेक्स चर्च रोड जहंगीरा बाद भोपाल  मोबा-9098410010 स्थाई पता  110 , आर एम पी नगर फेस 1 , विदिशा http://ravindraswapnil.blogspot.com www.kavitakoshravindraswapnil.com   

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mahesh Gupta
    01 सितम्बर 2019
    is ek kahani se Aapka fan ho gaya
  • author
    Asha Shukla ""Asha""
    16 फ़रवरी 2019
    very nice and fantastic.
  • author
    Yash Raj "मुसाफ़िर"
    19 जनवरी 2019
    Ending mast थि
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    Mahesh Gupta
    01 सितम्बर 2019
    is ek kahani se Aapka fan ho gaya
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    Asha Shukla ""Asha""
    16 फ़रवरी 2019
    very nice and fantastic.
  • author
    Yash Raj "मुसाफ़िर"
    19 जनवरी 2019
    Ending mast थि