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योगी बना सुन्दर कन्या

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अगस्त का महिना था शाम होने को थी , लोग धीरे - धीरे अपने घर की तरफ आ रहे थे । घनघोर बदली ऐसी छायी थी मानों अगले पल सबकुछ तबाह कर देगी । देखते ही देखते घन घोर वर्षा ते ज हवाओं के साथ शुरु हो गयी , ये ...

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