खौफ से शहर मैं हुए शक्स की हम बात करें हर गली चौपाल पर भूख कि हम बात करें एक ही तो मसला है यू वक्त जाया क्यों करें कर्ज में डूबे हुए मुल्क की हम बात करें उजड़ा उजड़ा चमन है साथी भीगे भीगे ...
खौफ से शहर मैं हुए शक्स की हम बात करें हर गली चौपाल पर भूख कि हम बात करें एक ही तो मसला है यू वक्त जाया क्यों करें कर्ज में डूबे हुए मुल्क की हम बात करें उजड़ा उजड़ा चमन है साथी भीगे भीगे ...