pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

यह धरती कितना देती है

5
7

यह धरती भी हमारी माता है धरती प्रसविनी भी कहा गया है। किसान जिस खेत में अगर पाँच किलो अनाज बोता है तो उसी तीन-चार बोरे अनाज प्राप्त करता है यह धरती हमेशा सबका पालन करती है । सुमित्रानंदन पंत जी भी ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Kusum Singh

प्रभु के शरण में रहने वाली मैं एक अध्यापिका हूँ जीवन का मूल मंत्र है- 'हिम्मत न हारो बिसारो न हरि नाम को ।' "वह जीवन जीवन नहीं जिसमें संघर्ष न हो। "

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    neha tripathi
    02 फ़रवरी 2022
    👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    01 फ़रवरी 2022
    ✍️✍️💘🙏👌💛🤔💚💛👌🙏💘✍️✍️✍️
  • author
    Payal Gond
    14 फ़रवरी 2022
    🌍 धरती मां 🥰🥰
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    neha tripathi
    02 फ़रवरी 2022
    👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    01 फ़रवरी 2022
    ✍️✍️💘🙏👌💛🤔💚💛👌🙏💘✍️✍️✍️
  • author
    Payal Gond
    14 फ़रवरी 2022
    🌍 धरती मां 🥰🥰