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ये आँखे कुछ कहती हैं...!!-ये आँखे कुछ कहती हैं...!!

4.5
5318

मृदुल को कल के दिन का बेसब्री से इन्तज़ार है। कल उसका सबसे अनमोल सपना जो पूरा होने वाला है। आखिर कल वो एक आई.ए.स. ऑफिसर के रूप में चार्ज जो लेने वाला है। अरे नहीं! ये तो भव्या का सपना था जो उसने ...

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ये आँखे कुछ कहती हैं...!!-आँखों में बसे हो तुम-2
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भावना मौर्य "तरंगिणी"
4

मृदुल ( आँखों में आँसूं लिए हुए उस रोशनी की और दौड़ते हुए ) : भव्या.या..या और ये चिल्लाते हुए वो घुटने के बल ज़मीन पर बैठ जाता है और तेजी से रो पड़ता है। फिर अचानक से उसके सिर में ...

लेखक के बारे में
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भावना मौर्य

नहीं बनना खास मुझे, मुझे आम ही रहने दे; न बना खुदा मुझे, मुझे इंसान ही रहने दे।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    22 ஜூன் 2019
    बहन बाजी मार ली आपने। गजब की लेखनी और कल्पना शक्ति व संवाद में जो सजीवता आयी वह अकल्पनीय थी। एक कवियत्री एक कितनी कुशल कहानीकार हो सकती है यह आपने साबित कर दिया। आपको ढेरो शुभकामनाएं। आप कहानियां ही लिखा कीजिये।
  • author
    पूर्णिमा
    28 ஜூன் 2019
    देरी के लिए माफी चाहूंगी भावना जी, समय की कमी से पढ़ने में थोड़ी देर हो गई । आपने बहुत ही खूबसूरती से लिखा कि हमें पढ़ते हुए आसानी से कल्पना कर सकते थे। कुछ दृश्यों में तो आपने जान डाल दी है । और अंत में भव्या का नेत्र दान ! , आपने खूबसूरत संदेश भी दिया है । 😊😊
  • author
    Asha Shukla ""Asha""
    08 ஜூலை 2019
    कमाल का लेखन🌹🌺🌹🌺 बेहद खूबसूरत रचना 🌹🌺🌹उत्कृष्ट भाव🌹🌺🌹
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    22 ஜூன் 2019
    बहन बाजी मार ली आपने। गजब की लेखनी और कल्पना शक्ति व संवाद में जो सजीवता आयी वह अकल्पनीय थी। एक कवियत्री एक कितनी कुशल कहानीकार हो सकती है यह आपने साबित कर दिया। आपको ढेरो शुभकामनाएं। आप कहानियां ही लिखा कीजिये।
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    पूर्णिमा
    28 ஜூன் 2019
    देरी के लिए माफी चाहूंगी भावना जी, समय की कमी से पढ़ने में थोड़ी देर हो गई । आपने बहुत ही खूबसूरती से लिखा कि हमें पढ़ते हुए आसानी से कल्पना कर सकते थे। कुछ दृश्यों में तो आपने जान डाल दी है । और अंत में भव्या का नेत्र दान ! , आपने खूबसूरत संदेश भी दिया है । 😊😊
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    Asha Shukla ""Asha""
    08 ஜூலை 2019
    कमाल का लेखन🌹🌺🌹🌺 बेहद खूबसूरत रचना 🌹🌺🌹उत्कृष्ट भाव🌹🌺🌹