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यादें गुजरे हुए लम्हों कि

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आज भी याद है मुझे, बारिश वाले वो बचपन के दिन कि आज भी याद है मुझे वो चंद लम्हे मै यूँ ही देखता रहा करता था, अपनी इन कोहिनूर जैसी निगाहों से:/ जी हाँ, मैं बात कर रहा हूँ, बारिश की;/ जो आती है हमारे ...

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Singh Jitendra

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