क्या आप जानते है के कड़वी यादों से जुड़े रहना भी एक तरह का अडिक्शन है? मन को जितनी तरह की बातों में “रस” आता है उन में से एक रस “पीड़ा” भी है! जिस तरह शराब कड़वी होते हुए भी एक अडिक्शन बन जाती है ठीक ...
क्या आप जानते है के कड़वी यादों से जुड़े रहना भी एक तरह का अडिक्शन है? मन को जितनी तरह की बातों में “रस” आता है उन में से एक रस “पीड़ा” भी है! जिस तरह शराब कड़वी होते हुए भी एक अडिक्शन बन जाती है ठीक ...