वो शख्स कैसा है हर रोज़ सजा देता है चिराग मोहब्बत का जलते ही बुझा देता है वो...... हर दस्तक उसका पैगाम लाती है आँख लगते ही जगा देता है वो....... इन हसरत भरी मायूस निगाहों में हँसी आते ही रुला देता है ...
वो शख्स कैसा है हर रोज़ सजा देता है चिराग मोहब्बत का जलते ही बुझा देता है वो...... हर दस्तक उसका पैगाम लाती है आँख लगते ही जगा देता है वो....... इन हसरत भरी मायूस निगाहों में हँसी आते ही रुला देता है ...