बात तब की है जब मैं हॉरर कथाओं का एक संकलन तैयार करने पर काम कर रही थी | कथाएं मिल रही थीं लेकिन उतनी और वैसी नहीं जैसी मैं चाहती थी | इस कारण काम की प्रगति काफी धीमी थी |एक दिन मेरे एक मित्र ने ...
बात तब की है जब मैं हॉरर कथाओं का एक संकलन तैयार करने पर काम कर रही थी | कथाएं मिल रही थीं लेकिन उतनी और वैसी नहीं जैसी मैं चाहती थी | इस कारण काम की प्रगति काफी धीमी थी |एक दिन मेरे एक मित्र ने ...