मैं
"शब्दों की साधक, भावनाओं की चितेरी। ✍️
इतिहास, राजनीति और साहित्य में रची-बसी लेखनी के साथ जीवन के अनुभवों को कहानियों में पिरोती हूं। वर्षों तक प्रतिष्ठित समाचार पत्रों दैनिक नईदुनिया और दैनिक भास्कर में काम किया, अब ब्लॉगिंग और स्वतंत्र लेखन में सक्रिय हूं।
मेरी रचनाओं में समाज की झलक, जीवन के रंग और रिश्तों की संवेदनाएं मिलेंगी।
आपकी प्रतिक्रियाएं मेरी प्रेरणा हैं। आइए, शब्दों की इस यात्रा में मेरे हमसफर बनिए। 🌿"
आपकी अपनी
कीर्ति कापसे