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विषय- कागज की कश्ती

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विषय- कागज की कश्ती विधा- शायरी कागज की कश्ती में बैठकर हमने, दुनिया के हर फसाने लिखें। लिख ना सके अपना दर्द गम, बाकी नए-नए बहाने लिखें। रह गया मायूस जिंदगी में, फिर भी कलाम के दीवाने लिखें। सफर ...

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लेखक के बारे में
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Azad Varmaa

मेरा नाम आजाद वर्मा है। मैं उत्तर प्रदेश राज्य का निवासी हूं। मैं वर्तमान में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी समृद्ध वीरभूमि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय महोबा में परास्नातक (M.A.) का छात्र हूं। मेरा बचपन से ही स्वभाव अत्यंत सरल और दोस्ताना रहा है। मैं किसी जाति धर्म वर्ग को नहीं मानता और हर किसी की मदद करना सबसे बड़ा धर्म मानता हूं। मेरा स्वभाव हर किसी से दोस्ताना रहता है। मुझे यात्रा करना पसंद है और नए नए लोगों से मिलना नयी नयी जानकारी एकत्रित करना पसंद है।

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