pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

उरोज

5
188

मदमस्त नशीले अपने उरोज से बाण मत चला प्रिये मैं ठहरा सौंदर्य का पुजारी तेरे रसपान से ही मारा जाऊंगा। Ritesh Christian ❤      -चाँद ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Ritesh Christian

Thank you very much everyone 🙏🏻🙏🏻 You all supported me in a short time 🌹❤🌹

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है