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उपांत्य

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माउन्ट एवरेस्ट विजय करने के लिये लगता है सबसे अहम पग वह है जो शिखर से बस एक कदम नीचे है.इसको पार करते ही.विजेता सबसे ऊँची चोटी का.एक धाप रह गया तो कामना धरी की धरी रह गयी.वैसे ही लौटते वक्त अंतिम पग.जो समतल का था.अंत से ठीक पहले,लास्ट बट वन निर्धारित करता है-कामना की परिणति.यह पद मित्र हो तो शिखर,न हो तो ध्वस्त. ब्रह्मगिरि पर्वत,त्र्यम्बकेश्वर, ऋषि गौतम अहल्या जी के साथ आश्रम में रहकर विद्यादान कर रहे हैं.अन्नदान के भी व्रती हैं.खेती भी करते हैं.धान और अन्य शस्य उगाते हैं नीलम भूमि पर. ऋषियों ...