सुमन, अरे ओ सुमन, न जाने कहाँ चली गयी ये अभी तो यहीं थी, कहते हुए सुमन की माँ छत पर आई, और हल्के भीगे हुए कपड़ों को उठाने लगी, आज क्या हुआ सुमन की माँ इतना क्यों चिल्ला रही सुमन को? बगल की छत से विनी ...
सुमन, अरे ओ सुमन, न जाने कहाँ चली गयी ये अभी तो यहीं थी, कहते हुए सुमन की माँ छत पर आई, और हल्के भीगे हुए कपड़ों को उठाने लगी, आज क्या हुआ सुमन की माँ इतना क्यों चिल्ला रही सुमन को? बगल की छत से विनी ...