इन नजरों ने कैसा है सितम ढाया, हम से हमारा है चैन चुराया . गुस्ताख नजरों की गुस्ताखीयोंसे हम रह गए अब बस नाम के ही......|| चलता जाए ये कारवा, नाम लिख आया मैं परवानो सा कैसा है जादु इन नजरों ...
इन नजरों ने कैसा है सितम ढाया, हम से हमारा है चैन चुराया . गुस्ताख नजरों की गुस्ताखीयोंसे हम रह गए अब बस नाम के ही......|| चलता जाए ये कारवा, नाम लिख आया मैं परवानो सा कैसा है जादु इन नजरों ...