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तुम्हारे बस में नही

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मैं कुछ कहूं तो तुम मुझे चुप करा देते हो। कोई कुछ कहे तो बूत बने खड़े रह जाते हो। आखिर ये चुप्पा चुप्पी का खेल कब तक ? क्या मेरी तरफ से बोल पाना तुम्हारे बस में नही? हा ...

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poonam chand
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