तुम एक मरीचिका हो चमकती रहती हो तेज धूप में पानी के मानिन्द मैं कब तक भागूँ तुम्हारी खोज में मुझे प्यारी है मेरी प्यास और हाँ, तुम्हारा पानीपन भी बातें हैं ऐसी भी, वैसी भी मेरे किस्से, तुम्हारी ...
तुम एक मरीचिका हो चमकती रहती हो तेज धूप में पानी के मानिन्द मैं कब तक भागूँ तुम्हारी खोज में मुझे प्यारी है मेरी प्यास और हाँ, तुम्हारा पानीपन भी बातें हैं ऐसी भी, वैसी भी मेरे किस्से, तुम्हारी ...