pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

तुम और मैं..

3

नई किताब की खुस्बु सी तुम, मैं रद्दियों में परा ढ़ेर सा.. सावन की पहली बारिस सी तुम, मैं उसी बारिस में सना कीचड़ सा.. खाने में परे नमक के स्वाद सी तुम, मैं अजवाईन के घोल सा.. शाम की सिंदूरी आभा सी ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
rohit aarav

I m colourless Still a rainbow..

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है