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त्रिया चरित्र भाग - 3

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4.7

सुबह होने से पूर्व ही मास्टर दीनानाथ घर से बाहर निकल गये थें। अभी भोर का तारा पूर्व दिशा में उगने ही वाला था। मास्टर दीनानाथ मुकेशीया के घर के ठीक सामनेवाले खटाल के पास कुछ मिनटों के लिए ठहरें, और ...