देखकर हमारी शहादत जिनको खुशी मिलती है है अपना पर शक्ल पड़ोसी से उसकी मिलती है ऐसा भी नही है की मालूम न हो ठिकाना उसका पर सियासत के दिल में वोटों की बेबसी मिलती है अजब रिवायत है इस शहर की, वफाओं को ...
देखकर हमारी शहादत जिनको खुशी मिलती है है अपना पर शक्ल पड़ोसी से उसकी मिलती है ऐसा भी नही है की मालूम न हो ठिकाना उसका पर सियासत के दिल में वोटों की बेबसी मिलती है अजब रिवायत है इस शहर की, वफाओं को ...