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ठंडी हवा का झोंखा कर गया एक धोखा

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आज ऐसा लग रहा था कि काश!!!मेरे पंख लग जाये और मैं बादलो को चीरती हुई झट से सचिन के पास पहुंच जाऊ। हा सचिन मेरे जीवन के हमसफ़र मेरे साथी मेरे पति। हम दोनों ही डॉक्टर है। वैसे तो हम पहले एक ही शहर ...

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लेखक के बारे में
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नेहा बिनानी

मैं दो बेटियों की माँ और एक गृहणी हूँ।M.com,MBA हूँ लेकिन बच्चो के लिए बैंक से नौकरी छोड़ दी। लिखने पढ़ने का , गाना सुनने का बहुत शौक है।

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