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"तेरी ज़िद और मेरा प्यार"

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"तुम अगर कह दो तो सब छोड़ दूँगी मैं, पर तुम्हारी ये ज़िद ही ग़लत है... कभी सोचा है कैसे रहेंगे तेरे बिना? मैं बताती हूँ — कभी देखा है सूरज को किरणों के बिना? कभी देखा है चाँद को चाँदनी के बिना? कभी ...

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Mitali Saxena
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