pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

तेरी आंखो अब हम डूबने लगे

6

तेरी लहराती हुई झुल्फे आँधी लगे, आंखों में आंसू बारिश लगे। भीग जाऊँ तो मुझको महसूस ये हो, तेरी आंखो अब हम डूबने लगे। तेरे होठों पे लगी हुई लिपस्टिक लगे, ठोडी पर तिल काला टीका लगे। नजर मैं ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Pradeep Kumar

प्रदीप कुमार सरानी खेड़ा (धौलपुर) राजस्थान

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है