pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

तेरे मेरे बीच मैं

0

आज खिड़की के पास बैठे  हुए न जाने किन बातो में उलझा हुआ था दिल फेसबुक पर विवेक के मेसेज के बाद - कि उसकी जिन्दगी में  कोई है ! जिसने उसे बदल दिया ! आज  वो आपनी लाइफ में सीरियस है ।   ये सुनते ही ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Ragini chaudhary
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है