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तारों के साथ

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कभी बैठे हो तन्हा रात में, खुले गगन तले, तारों के साथ में? भूल जाओगे सारे दुःख-दर्द, खो जाओगे टिमटिमाते, जगमगाते जुगनुओं संग आकाश में। मिट जाएगा खालीपन दिल का, मिल जाएगा सुकून कुछ पल का। मन करेगा — ...