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बातें

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अक्सर दिलचस्प बातें         शरहदो, ज़मी पानी के मिलानो,     धुँए के गुबारों, आग हवा के दर्मियानो,    में हुआ करती हैं। ...

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लेखक के बारे में
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Mohit Patel

पेड़ का अभी नव अंकुर हूँ अभी जो एक ऋतु देखना चाहता है उस गर्मी में छाव पथिक को देना चाहता हैं, सावन की हरियाली भी बनना है उसको, फिर पतझड़ सा झड़ना भी चाहता हूँ, बस एक पत्ती जो एक ऋतु देखना चाहता हैं।

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