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स्वार्थी

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स्वार्थी आज के दौर में स्वार्थी लोग मीठी-मीठी बातो से अपना काम निकाल लेते है । भरोसा दिलाते है , वादे करते है , पैसा देगे , घर देगे , सभी सुविधाएं देगें लेकिन मेहनत करने हेतु प्रेरित नहीं करेंगे । आज ...

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लेखक के बारे में
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राजू गजभिये

- काश्यप स्वीटनर्स लिमिटेड कंपनी बदनावर जिला धार (म.प्र.) सहायक (कार्यकारी निदेशक) पद पर कार्यरत हूॅं । - इसके पहले यवतमाल (महाराष्ट्र) में ‘‘ मददगार मार्गदर्शन केन्द्र ’’ का व्यवस्थापक था । - मुझे लेख , कविता , विज्ञान साहित्य व खेल विषय पर लिखने में रुची है एवं निबंध , कविता , शैक्षणिक स्पर्धाओं में भाग लेता हूॅं । - दै. लोकमत , दै. मतदार , दै. मातृभूमि (मराठी अखबार) में व्यावसायिक मार्गदर्शन पर लेखन कार्य । रिपोर्टर व शहर प्रतिनिधि के रुप में कार्य । - दै. चेतना (रंगोली पत्रिका) में , कविता , व्यंग लेखन । - नेशनल स्पोर्ट टाईम्स पत्रिका में खेलो पर लेख आदि । - वेद अमृत , अहॉ जिंदगी , केरिअर पत्रिका एवं अन्य सभी अखबार में स्वतंत्र लेखन । - वर्तमान में एकल कार्य के रुप में ‘ दर्शना मार्गदर्शन केन्द्र ’ के माध्यम से शैक्षणिक स्कुल , संस्थाओ , वि. वि. , के चलाये जा रहे कोर्सेस , उनकी गुणवत्ता , रोजगार समाचारो की जानकारी आदि का मार्गदर्शन करता हूॅं एवं केरिअर में लेखन । - हिन्दी साहित्य सम्मेलन , ‘‘सचिव एवं प्रेस वक्ता’’ का निर्वाह । - विविध गतविधियों भाग लेना , वित्तिय सलाहकार एवं लोन सर्विसेस आदि के कार्य ।

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