pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

स्वप्नसुंदरी

3.9
4417

रामाधीन महतो यहीं सचिवालय में बाबू है.जिला बस्ती,तहसील नवादा,ग्राम पोस्ट एकरामऊ से लखनऊ आये आज उसे बारह साल हो गये थे.वह अपने गाँव से एक सपने की पालकी पर बैठकर आया था,जिसे चार कहार ढोकर लाये थे.उसके ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
शेष अमित
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Akhileshwar Prasad Akhil "अखिल"
    29 अप्रैल 2020
    सन्दर स्वप्न है.
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Akhileshwar Prasad Akhil "अखिल"
    29 अप्रैल 2020
    सन्दर स्वप्न है.