बहुमुखी प्रतिभा के धनी संजय ''अमान '' का जन्म १ अप्रैल सन १९७८ को चौरी चौरा जिला गोरखपुर में श्री रमाशंकर विश्वकर्मा के घर हुवा है। शिक्षा बलरामपुर शहर में हुई है। बहुत ही कम उम्र से ही लेखनी और काव्य विद्या से जुड़े संजय ''अमान '' जी ने मात्र १६ वर्ष उम्र में ही अपना खुद का साप्ताहिक अखबार ''किंग टाइम्स ''शुरू किया था। महानगर मुम्बई में रह कर साहित्य , कला , सिनेमा , पत्रकारिता , में अपनी शक्रिय भूमिका निभाते हुए कलम के माध्यम से देश और समाज की सेवा कर रहे है। मीडिया में रह कर इन्होने बहुत सी विज्ञापन फिल्मों और वृत्तचित्र का निर्माण कार्य के साथ -साथ बहुत सी बड़ी और छोटी बजट की फिल्मो का प्रचार प्रसार का काम भी किया हैं। परिचय बहुत लंबा है जितना लिखा जाए कम है परन्तु संक्षिप्त परिचय दिया जा रहा है।
सम्मान - युगप्रवर्तक साहित्य संस्थान द्वारा '' डॉ. गिरिजा शंकर द्रिवेदी पत्रकारिता सम्मान '',पराज स्पर्श द्वारा उत्कृष्ट काव्य लेखन के लिए ''पराज सर्वोत्तम सम्मान '', राइटर्स एंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा '' काव्य भूषण सम्मान '' , श्री विश्वकर्मा विकास समीति द्वारा '' काव्य रत्न सम्मान '' ,ज्ञानोदय साहित्य संस्था कर्नाटक द्वारा ,'' ज्ञानोदय साहित्य भूषण सम्मान '' ,कृष्णा क्रिएशन द्वारा ''गौरव सम्मान '' , श्री विश्वकर्मा समीति कलीना द्वारा ''समाज गौरव सम्मान '' , शिव साई मित्र मंडल द्वारा '' समाज भूषण सम्मान '' इत्यादि विभिन्न सामाजिक , साहित्यिक संस्थानों द्वारा संजय ''अमान '' को सम्मानित किया गया है।
प्रकाशित पुस्तके - '' पैबंद '' काव्य पुस्तक पराज प्रकाशन (२००५) , व द्वितीय संस्करण येन . एम . ठक्कर एंड कंपनी (२०१० )
साझा काव्य संग्रह - '' पुष्पगंधा '' सन्मति पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स ,'' क्योंकि हम जिन्दा है '' ज्ञानोदय प्रकाशन , ''काव्यशाला '' शब्दांकुर प्रकाशन दिल्ली और '' प्रेमाभिव्यक्ति '' इसके अतिरिक्त आल इंडिया रेडिओ एफ़. एम .गोल्ड , और रेडिओ सिटी पर रचनाओं का काव्य पाठ।
म्यूजिक एल्बम बतौर गीतकार - '' चुभन -एक एहसास '' पांच गीत ,{ शैन म्यूजिक } '' १० मिनट फ़ॉर नेशन '' ( एक गीत ) , {एम्पल मिशन } ,''रिश्ता '' {ग़ज़ल } , '' गऊ धाम बनेगा हर एक मोड़ पर (शैन म्यूजिक ) ,
फिल्में बतौर गीतकार और लेखक - ''भगवा '' ,'' जमुना मेंशन ''